Monday 9 April 2012

दर्द

दर्द देखा है कभी?

महसूस ही किया होगा
देखा तो ना होगा |

पानी तो देखा होगा
गिलास में रक्खा
ठहरा हुआ, पारदर्शी 

जैसे कुछ है ही नहीं |

इसे छू कर देखो 

ऐसा ही होता है दर्द
चुपचाप
कोई छू दे बस
घण्टों बनी रहती है हलचल
कुछ देर दिखती है
फिर नंगी आँखों से नहीं दिखती
पर चुभती बहुत देर है |

1 comment:

  1. Nice lines. Sir ji.
    ~~ माँ जैसी दौलत दुनिया में नहीं ~~

    माँ जैसी दौलत दुनिया में नही है,
    माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है।

    माँ तो है अनमोल न कीमत लगाना
    रखना ख्याल उसका ,न उसको रुलाना,
    माँ के रुदन से ही हिलती ज़मीं है।
    माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है॥

    माँ गर न होती यह दुनिया न होती
    न आकाश होता ,ज़मीं भी न होती,
    माँ के जतन से ही सृष्टि पली है ।
    माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है॥

    माँ का आशीष जिसको मिला है
    जीवन में हर पल वह फूला-फला है,
    माँ की दुआ से अशुभ घड़ी टली है।
    माँ जिसके है पास वह सबसे धनी है॥

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