घाव गर गहरा बहुत हो तो समय लेता है
ज़ख्म पे ज़ख्म लगा हो तो समय लेता है
वक़्त के साथ वक्ती साथ बदल जाते हैं
खून से खून जुदा हो तो समय लेता है
मेरे होने का भरम मुझको घुने जाता है
बदलना हो यही एहसास तो समय लेता है
ये मेरे नाम के आगे जो लिखा है, क्या है
हरतरफ धुंध हो तो दिखने में समय लेता है
आज कुछ तुमसे सुना है तो कभी मुस्का दूंगा
जो सुकूं कम हो तो एहसास, समय लेता है
ज़ख्म पे ज़ख्म लगा हो...
ज़ख्म पे ज़ख्म लगा हो तो समय लेता है
वक़्त के साथ वक्ती साथ बदल जाते हैं
खून से खून जुदा हो तो समय लेता है
मेरे होने का भरम मुझको घुने जाता है
बदलना हो यही एहसास तो समय लेता है
ये मेरे नाम के आगे जो लिखा है, क्या है
हरतरफ धुंध हो तो दिखने में समय लेता है
आज कुछ तुमसे सुना है तो कभी मुस्का दूंगा
जो सुकूं कम हो तो एहसास, समय लेता है
ज़ख्म पे ज़ख्म लगा हो...