Friday 5 April 2013

जीवन में... धूप बनी रहती है

तुम आ जाते हो... तो जीवन में
एक जीवन उग जाता है
पेड़ हरे हो जाते हैं
आकाश बदल जाता है

कुछ तो है तुममें जो सबका
रंग रूप बदल देता है
संसार बदल देता है
ये भूप बदल देता है

है तुम्हे पता ?
तुममें ज्योति स्वरूपनी रहती है
तुम रहते हो तो जीवन में
धूप बनी रहती है ||

तुम आ जाते हो .... तो मन से
मंद पवन सी उठती है
मन चन्दन हो जाता है
तन चन्दन हो जाता है

एक तुम्हारे होने से
अवसाद चला जाता है
मन को थका देने वाला
हर राग छला जाता है
हँसते गाते मेरे दिन का
एक भाग भला जाता है

जब रहते हो
हर एक भाव में सीध बनी रहती है
दूर कहीं होते हो तो भी
उम्मीद बनी रहती है

तुम रहते हो तो जीवन में
धूप बनी रहती है ||

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