हे प्रणेता ! ऐसा वर दो
दृढ निश्चयी मेरे मन को कर दो
दुष्कर्मो और कुविचार से
संघर्ष सदा ही विजित करूं
आस्थाओं के ही अनुरूप
अन्तर्रात्मा जीवित करूं
हे संहारक ! ऐसा कर दो
दुर्गुण सारे विघटित हों
हे प्रणेता ! ऐसा वर दो...
कर्म मेरे - परिणाम मेरा
क्या इससे तुम संबद्ध नहीं
जन्म तेरे - विराम तेरा
क्या इससे मैं आबद्ध नहीं
हे दिग्दर्शक ! ऐसा निर्णय दो
स्वच्छ धवल जीवन निर्मल हो
हे प्रणेता ! ऐसा वर दो...
निर्णय जब लूं तब दृढ़ता हो
परिणाम सुनूं तब धैर्य रहे
मन पर मस्तिष्क का शासन हो
कर्मों में सदा ही शौर्य रहे
हे पालक ! ऐसा जीवन दो
प्रत्येक दशा में संयम हो
हे प्रणेता ! ऐसा वर दो...
(10.08.97)
दृढ निश्चयी मेरे मन को कर दो
दुष्कर्मो और कुविचार से
संघर्ष सदा ही विजित करूं
आस्थाओं के ही अनुरूप
अन्तर्रात्मा जीवित करूं
हे संहारक ! ऐसा कर दो
दुर्गुण सारे विघटित हों
हे प्रणेता ! ऐसा वर दो...
कर्म मेरे - परिणाम मेरा
क्या इससे तुम संबद्ध नहीं
जन्म तेरे - विराम तेरा
क्या इससे मैं आबद्ध नहीं
हे दिग्दर्शक ! ऐसा निर्णय दो
स्वच्छ धवल जीवन निर्मल हो
हे प्रणेता ! ऐसा वर दो...
निर्णय जब लूं तब दृढ़ता हो
परिणाम सुनूं तब धैर्य रहे
मन पर मस्तिष्क का शासन हो
कर्मों में सदा ही शौर्य रहे
हे पालक ! ऐसा जीवन दो
प्रत्येक दशा में संयम हो
हे प्रणेता ! ऐसा वर दो...
(10.08.97)
No comments:
Post a Comment